क्या आपको पता है कि हम जिस तरह से ग्रीन टी लेते हैं उससे हमको इसका फायदा कम से कम मिलता है। कहने का मतलब है कि ग्रीन टी पीने से वजन घटता है लेकिन जब आप ग्रीन टी बैग को गर्म पानी के कप में डिप करके पीते है तब वजन पर इसका असर कम पड़ता है। न्यूट्रिशनिस्ट अदिति रामपाल का कहना है कि ग्रीन टी के पत्ती का इस्तेमाल करने पर इसका फ्लेवर, अरोमा और एन्टीऑक्सिडेंट गुण ज्यादा मिलता है। चलिये उनसे ही जानते हैं कि कौन-सा ग्रीन टी पीना अच्छा होता है?
कैफीन- ग्रीन टी बैग में उसके पत्तियो को बारिक किया जाता है जिससे चाय में कैफीन की मात्रा कम हो जाती है। यानि लूज चाय की पत्ती में कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है। ऑर्गेनिक ग्रीन टी के तुलना में लूज ग्रीन टी में केमिकल और पेस्टीसाइड कम रहता है। क्या आपको पता है ग्रीन टी पीने के भी साइड इफेक्ट्स होते हैं?
फ्लेवर-लूज टी में चाय की पत्तियां बड़ी भी रहती हैं और पूरी रहती हैं जिससे वह ज्यादा दिनों तक अच्छा रहता है टी बैग की तुलना में। लेकिन लूज ग्रीन टी भी बाद में खराब हो सकता है। इसलिए हैंड हार्भेस्टेड ग्रीन टी ( hand harvested leaves) लीफ खरीदना ही अच्छा होता है।
एन्टीऑक्सिडेंट- इसके अलावा ग्रीन टी में जो कैटचीन होता है वह समय के साथ कम होने लगता है। शायद आपको पता नहीं कि होल ग्रीन टी में कैटचीन का कंसन्ट्रेशन ज्यादा होता है क्योंकि टी बैग कैटचीन को सोख लेता है और लूज टी में ये भरपूर मात्रा में रह जाता है।
कहने का मतलब है कि लूज टी का औषधीय गुण ज्यादा होता है और लेकिन बनने में थोड़ा समय लगता है। इसके अलावा लूज ग्रीन टी, ग्रीन टी बैग की तुलना में थोड़ा महंगे और थोड़ा मिलने में मुश्किल होते हैं।
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अनुवादक: Mousumi Dutta
चित्र स्रोत: Shutterstock
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